Poem on Life in Hindi– दोस्तों “जिंदगी” एक बहुत ही हसीन पहेली है, जिसमें हमें अनेक उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं। यह जिंदगी हमें कभी हंसाती है, तो कभी रुलाती है दोस्तों इसी का नाम है “जिंदगी”। जीवन की शुरुआत होती है, हमारे जन्म से और जीवन का अंत होता है हमारी मृत्यु पर। प्रत्येक जीव को केवल एक बार ही जीवन प्राप्त होता है। हमें इस जीवन को यूं ही बर्बाद नहीं करना चाहिए। हमें जीवन में ऐसे कार्य करने चाहिए जिसे दुनिया हमें मरने के बाद भी याद करें। जीवन में किए अच्छे कर्मों से हम मर कर भी अमर हो सकते हैं। दोस्तों हमारे जीवन में हमारे साथ कब क्या हो जाए यह कोई भी नहीं जानता। चलिए दोस्तों जानते हैं, जीवन के कुछ हसीन किस्सों के बारे में इस जीवन पर कविता के माध्यम से।
1. जिंदगी पर सर्वश्रेष्ठ कविता – Poem on Life in Hindi
(यह “आइना” मुझसे कुछ कहता हैं।)
जब भी तुम्हें देखता हूं, तुमसे “मैं” बन जाता हूं।
“मैं” देखता हूं तुम्हें हर रोज इस आईने में खड़ा होकर।
मैंने देखा उस रोज जिंदगी को, जब मैं खड़ा था आइना के सामने।
वह आइना मुझे यह बतला रहा था, कि अभी रुकना नहीं, थकना नहीं, अभी तो बहुत दूर जाना है।
वो आईना मुझसे खफा था यह जानकर, कि यह क्यों मुझसे इतने दर्द छुपाए बैठा है।
फिर भी सामने एक हौसला लेकर के खड़ा है।
जब भी तुम्हें देखता हूं।
बस एक ही ख्याल आता है दिल में कितनी हसीन है तू ए “जिंदगी”।
जब भी मैं तुम्हें देखता हूं, एक “अपनेपन” को पाता हूं।
बीत गए वह दिन बीत गए वो रात “आईना” मुझे बता क्या यही “जिंदगी” है।
जब भीड़ में खुद को तन्हा पाता हूं। तुम्हें देखकर “मैं” एक अपनेपन का एहसास पाता हूं।
गिर-गिर कर, उठा में टूट कर, बिखर कर फिर से जुड़ा हूँ “में”।
ना रुका, में ना थका में ए जिंदगी मुझे बता क्या यही “जिंदगी” है।
_Rajkumar Dongaria
2. जिंदगी की ठोकरे कविता – Poem on Life in Hindi
(जिंदगी की ठोकरे)
शायद… उस रोज वो “ठोकर” खाना जरूरी था।
एक वही तो थी… जिसने मुझे संभलना सिखाया।
उस रोज मैं.. जिंदगी की असलियत जान चुका था।
शायद वो “ठोकर” जरूरी थी।
न जाने और कितनी “ठोकरें” खानी हैं, ए “जिंदगी” मुझे बता।
क्या ऐसे ही तू मुझे जीना सिखाएगी।
गर “ठोकरें” ही है, मेरी जिंदगी में तो याद रख… संभल लूंगा “मैं” बार-बार।
पूछा मैंने एक दिन उस खुदा से।
क्या कसूर था मेरा जो मिली “ठोकरे” मुझे बार-बार।
उस वक्त मेरे ही अंदर से एक आवाज आई क्यों सच्चाई का रास्ता चुनते हो तुम बार-बार।
“मैं” जानता हूं तुम संभल जाओगे इन “ठोकरों” से बार-बार और सीख लोगे संभलना हर बार।
तेरी इस दुनिया में यह कैसा मंजर है…?
किसी को “ठोकरें” हैं तो किसी को ताजिक (आराम) है।
_Rajkumar Dongaria
3. जिंदगी पर “जोश भरी” कविता – Motivational Poem on Life in Hindi
(अभी थमी नहीं हैं…”जिंदगी”)
अभी थमी नहीं है “जिंदगी”
उठ और खड़ा हो, और तोड़ दे इन जंजीरों को
और देख इस खुले आसमान को जहां पर कुछ “सपने” तेरा इंतजार कर रहे हैं।
अब निकल इन जंजीरों से बाहर और अपनी ख्वाहिशों को पंखों की उड़ान दे।
और जाकर इस आसमान में सच कर ले अपने सपनों को।
भीड़ बहुत है… इस दुनिया में कहीं खो ना जाना तू।
याद रखना कुछ सपने है तेरे भी।
अच्छे से “सवारना” तू अपने सपनों को।
बहुत लंबा सफर है… कहीं हार मत जाना तू।
अभी थमी नहीं है “जिंदगी” उठ और खड़ा हो तोड़ दे इन जंजीरों को
सोच क्या रहा है… अभी तो बहुत कुछ करना है तुझे।
थाम ले मेरा हाथ जीना सिखा दूंगी… मैं “जिंदगी” हूं।
_Rajkumar Dongaria
4. जिंदगी की “हकीकत” पर कविता – Poem on Life in Hindi
(यह जिंदगी है एक पहेली)
मुठिया बंद करके मैं कुछ “सपने” लेकर आया हूं।
कुछ मेरे लिए कुछ मेरे मम्मी पापा के लिए “सपने” लेकर के आया हूं।
अभी मैं चलना सीख रहा हूं यह हाथ यूं ही बस थामे रखना।
इस मेले में कही खो ना जाऊ में, मेरा हाथ यूही थामे रखना।
मुझे अपने कंधों पर बिठाकर सपने दिखाओ ना पापा।
मैंने देखे है… लोगो के चेहरे अनेक।
एक चेहरे के पीछे एक ओर चेहरा देखा है मैंने।
पापा की उंगली पकड़कर चलना सीखे।
जिंदगी यूं चल रही है मानो हम एक मुसाफिर है।
_Rajkumar Dongaria
5. जिंदगी पर सुप्रसिद्ध कविता – Poem on Life Facts in Hindi
(ए “जिंदगी” तू बहुत कुछ सिखलाती है,)
ए “जिंदगी” तू बहुत कुछ सिखलाती है,
कभी हंसना सिखाती है तो कभी रुलाती है।
कभी अपनों से दूर करती है, तो कभी अपनों से ही मिलाती है।
ए “जिंदगी” तू बहुत कुछ सिखलाती है…।
कभी दुनियादारी सिखाती है, तो कभी हंसा हंसा कर रुलाती है।
क्या कभी सुकून से सोने देगी ए “जिंदगी”।
ए “जिंदगी” तू बहुत कुछ सिखलाती है,
बिना सफर के बिना मंजिल के मैं तुझ में खोना चाहता हूं।
ए “जिंदगी” मैं तुझमें खफा होना चाहता हूं।
अपनों के ही जख्मों से घायल हूं “मैं”
वरना दौड़ना तो मुझे भी आता है, ए “जिंदगी”।
_Rajkumar Dongaria
6. जिंदगी पर सर्वश्रेष्ठ कविता – Top Poem on Life in Hindi
(“जिंदगी”… एक “सर्कस का पहिया”)
“जिंदगी” एक “सर्कस का पहिया” है।
घूम फिर कर वहीं पर वापस आना है।
ए “जिंदगी” कब तक ऐसे घुमाएगी।
क्या मैं कोई “सर्कस का पहिया” हूं।
जो बार बार घुमाएगी।
कभी ऊंचाइयों पर ले जाएगी तो कभी गहराइयों में लेकर जाएगी।
कभी तेज हवाओं से डराएगी तो कभी संभलना भी सिखाएगी।
कभी-कभी लगता है, मैं “सर्कस का पहिया” हूं।
_Rajkumar Dongaria
7. जिंदगी पर बेहतरीन कविता – Latest Poem on Life in Hindi
(क्या इसी का नाम हैं “जिंदगी”)
गिरना, उठना, संभलना, दौड़ना, भागना, भागते ही जाना क्या इसी का नाम है “जिंदगी”।
सोचा था कि यहां पर तो मंजिल होगी, कोई शिखर होगा
पर यहां ना कोई मंजिल है, ना ही कोई शिखर है यह तो जिंदगी है चलते ही जाना है।
रुक ना जाना तू किसी मोड़ पर यह तो, जिंदगी है बस यूं ही चलते रहना है।
अभी ना हारा हूं मैं अभी ना थका हूं मैं दिल में कुछ सपने लिए बैठा हूं मैं
ए “जिंदगी” अभी मैं तुझे समझ रहा हूं।
_Rajkumar Dongaria
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इस प्रकार से हम जिंदगी का महत्व जान गए कि किस प्रकार से हमारा जीवन बहुत ही अनमोल होता है। जो केवल एक बार ही प्राप्त होता है। इस छोटे से जीवन में हमें बहुत सारे अच्छे अच्छे कार्य करने होते हैं। हमें आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखी गई जीवन पर कविताएं जरूर पसंद आई होगी दोस्तों यदि आपको हमारी जिंदगी पर कविताएं पसंद आई तो हमें अपने विचार जरूर बताएं हम आपके लिए इस प्रकार की Poem on Life in Hindi (कविता) लाते रहेंगे। धन्यवाद!
जिंदगी शीर्षक पर लिखी कविताएं वास्तव में बहुत ही प्रेरणास्पद और अंतर्मन को छूने वाली है