Seasons Name in Hindi:- नमस्कार दोस्तों… स्वागत है, आपका Hindidrive.com पर, आज का हमारा लेख है, 6 ऋतुओ के नाम हिंदी में इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे 6 Ritu Ke Naam Hindi Mein दोस्तों अक्सर विद्यालय में विद्यार्थियों से पुछा जाता है की ऋतुओ के नाम बताये? ऋतुये कितने प्रकार की होती है? ऋतुये कैसे बनती है? यह सभी प्रकार की जानकारी आज हम आपको हमारे लेख Seasons Name in Hindi के द्वारा आपको बताएँगे |
Seasons Name in Hindi (According to Months)
Seasons in Hindi | English(Greek) months | Hindu months |
1. वसंत ऋतु | March-April | चैत्र-वैशाख |
2. ग्रीष्म ऋतु | May-June | ज्येष्ठ-आषाढ़ |
3. वर्षा ऋतु | July-August | श्रवण-भाद्रपद |
4. शरद ऋतु | September-October-mid November | अश्विना-अश्वयुज-कृतिका |
5. हेंमत ऋतु | November-December | मार्गशीर्ष-पौष |
6. शीत ऋतु | January-February | माघ-फाल्गुन |
Seasons Name in Hindi – 6 ऋतुओ के नाम
ऋतुये कुल 6 प्रकार की होती है| आईये ऋतुओ के बारे में जाने |
- वसंत ऋतू – Spring Season
- ग्रीष्म ऋतू – Summer Season
- वर्षा ऋतू – Rainy Season
- शरद ऋतू – Autumn Season
- हेमंत ऋतू – Pre Winter Season
- शिशिर ऋतू – Winter Season
वसंत ऋतू – Spring Season
वसंत ऋतु को पतझड़ का मौसम में कहा जाता है। इस समय पेड़ों की पत्तियां टूट कर नीचे गिर जाती है। तथा उसके स्थान पर नई पत्तियां आना शुरू हो जाती है। इसलिए इसे पतझड़ का मौसम कहा जाता है। मौसम की शुरुआत हमारे देश में मार्च के महीने से शुरुआत होती है तथा अप्रैल के महीने तक यह मौसम बना रहता है। यदि हिंदी कैलेंडर के अनुसार देखा जाए तो चैत्र माह और वैशाख माह का मौसम वसंत ऋतु कहलाता है। दोस्तों इस ऋतु में दिन बड़े तथा रातें छोटी हो जाती है। वसंत ऋतु का मौसम सभी को पसंद आता है। क्योंकि इस समय तापमान लगभग 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता है जो कि सभी प्रकार के जीव जंतुओं के लिए अच्छा होता है साथ ही यह तापमान पेड़ पौधों के लिए भी बहुत अच्छा होता है। इसलिए इस मौसम को सबसे अच्छा और सबसे खूबसूरत मौसम माना जाता है।
वसंत ऋतु के हिंदू त्यौहार:
- होली
- गुड़ी पड़वा
- हनुमान जयंती
- रामनवमी
- अक्षय तृतीया
- भगवान परशुराम जयंती
ग्रीष्म ऋतू – Summer Season
दोस्तों ग्रीष्म ऋतु का मौसम को गर्मियों का मौसम कहा जाता है। इस मौसम में गर्मी अपने चरम स्तर पर रहती है। यह मौसम हिंदी कैलेंडर के अनुसार जेस्ट महीने और आषाढ़ के महीने के बीच में होता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार देखा जाए तो यह मई और जून के महीने में होता है। यह मौसम वसंत ऋतु के बाद का मौसम होता है। तथा मानसून अर्थात वर्षा ऋतु के पहले का मौसम ग्रीष्म ऋतु का मौसम कहलाता है। इस दौरान हमें गर्मी का सामना करना पड़ता है। इस मौसम में लगभग सभी घरों में कूलर पंखे तथा एसी काम में लिए जाते हैं। इस मौसम में सामान्य तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक होता है। इस मौसम में दिन बहुत बड़े तथा राते बहुत छोटी होती है। ग्रीष्म ऋतु के मौसम में सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सीधे आती है जिससे पृथ्वी सतह का तापमान बढ़ने लगता है जिससे कि गर्मी उत्पन्न होती है जो कि सभी जीव जंतुओं के लिए अच्छा नहीं होता है। गर्मियों के मौसम में पक्षी काफी परेशानी का सामना करते हैं। तेज गर्मी की वजह से नदिया तालाब कुएं बांध सूखने लगते हैं। तथा जलस्तर कम होने लगता है गर्मी के कारण सूखे की समस्या होने लगती है। गर्मियों के मौसम में हम तरबूज व आम का आनंद लेते हैं।
ग्रीष्म ऋतु में आने वाले त्योहार
ग्रीष्म ऋतु में आने वाले त्योहार निम्न प्रकार से है।
- भगवान बुद्ध जयंती
- दशहरा का त्यौहार
- निर्जला एकादशी
वर्षा ऋतू – Rainy Season
वर्षा ऋतु का मौसम ग्रीष्म ऋतु के बाद का मौसम होता है तथा शरद ऋतु के पहले आने वाला मौसम कहलाता है। ठीक है मौसम जुलाई के महीने में शुरू होता है। हिंदी कैलेंडर के अनुसार यह मौसम श्रावण और बादल पद 2 महीने का मौसम है इस समय सामान्य तापमान लगभग 34 डिग्री सेल्सियस रहता है। वर्षा ऋतु में बारिश होने की वजह से इसे बारिश का मौसम भी कहा जा सकता है। वर्षा ऋतु का मौसम दोस्तों यह मौसम हर किसी को बहुत पसंद आता है। क्योंकि इस समय में मौसम ना तो ठंडा रहता है और ना ही गर्म रहता है और रिमझिम बारिश सभी को बहुत पसंद आती है। शायद इसलिए ही वर्षा का मौसम सभी को बहुत पसंद आता है। वर्षा ऋतु के मौसम में सभी नदिया नाले तालाब बांध पोखर आदि पानी से भर जाते हैं। तथा चारों तरफ हरियाली छा जाती है सभी पेड़ पौधे हरे भरे हो जाते हैं। इस मौसम में किसान बहुत खुश रहते हैं क्योंकि वर्षा ऋतु उनकी फसल के लिए बहुत ही अच्छा रहता है। परंतु कभी-कभी अत्यधिक वर्षा की वजह से बाढ़ की स्थिति भी बन जाती है।
वर्षा ऋतु के त्यौहार
- कबीर जयंती
- गुरु पूर्णिमा
- योगा दिवस
शरद ऋतू – Autumn Season
वर्षा ऋतु के बाद शरद ऋतु आती है। शरद ऋतु अक्टूबर के महीने से प्रारंभ होकर नवंबर के महीने तक होता है। हिंदी महीने के अनुसार शरद ऋतु अश्विन और कार्तिक के महीने में शरद ऋतु होती है। शरद ऋतु में सामान्य तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहता है। शरद ऋतु में सूर्य की किरण पृथ्वी की सतह पर तिरछी आती है, इसके कारण पृथ्वी सतह का तापमान कम बना रहता है।
शरद ऋतु के त्योहार
- श्री कृष्ण जन्माष्टमी
- शरद नवरात्रि प्रारंभ
- दुर्गा उत्सव विजयदशमी
- रक्षाबंधन का त्यौहार
हेमंत ऋतू – Pre Winter Season
दोस्तों हेमंत ऋतु शीत ऋतु से पहले का समय होता है इसे pre winter भी कहा जाता है। यह ऋतु दिसंबर महीने से जनवरी महीने तक रहते हैं। हिंदी कैलेंडर के अनुसार अग्रयण और पोष का महीना हेमंत ऋतु कहलाता है। इस महीने में पौष बड़े का आयोजन किया जाता है। इस मौसम को त्योहारों का मौसम में कहा जाता है।
हेमंत ऋतु के हिंदू त्यौहार
- तुलसी विवाह
- महालक्ष्मी पूजन दिवाली दीपावली
- भाई दूज
- गोगा अष्टमी
- गुरु नानक जयंती
- गोवर्धन पूजा
शिशिर ऋतू – Winter Season
शिशिर ऋतु को शीत ऋतु के नाम से भी जाना जाता है इस समय पूरे भारत में सर्दियां शुरू हो जाती है। सभी मौसम में सबसे ठंडा मौसम होता है। इस मौसम की शुरुआत जनवरी माह से फरवरी माह तक रहती है। इस मौसम में सामान्य तापमान 23 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार माघ तथा फाल्गुन के माह में आता है। इस मौसम में सभी प्रकार के फल व सब्जियां अच्छी मात्रा में उपलब्ध रहते हैं।
शिशिर ऋतु के महत्वपूर्ण हिंदू त्यौहार
- वसंत पंचमी
- गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती
- एकादशी व्रत
- लोहड़ी पर्व
- कच्छ महोत्सव
- बिहू माघ
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