Koli Jati Ka Itihas :- दोस्तों Hindidrive पर आपका स्वागत है,आज के लेख के माध्यम से हम आपको कोली समाज के इतिहास के बारे में दोस्तों कोली जाति को अनेक नामों से जाना जाता है कोली जाति को मुख्य रूप से कोरी (Kori), महावर (Mahawar) जाति के नाम से जाना जाता है दोस्तों इस जाति की संख्या कम होने की वजह से इसे कम लोग जानते हैं| कोली जाती मुख्य रूप से गुजरात व महाराष्ट्र जिला में निवास करती है| तो दोस्तों जानते हैं कोली समाज के बारे में, कोली जाति कौन है? कहां पर निवास करती है? कोली जाति से जुड़े हुए सभी सवालों के बारे में जानेंगे|
Koli Jati Ka Itihas – कोली जाति का इतिहास
कोली जाति को अनेक नामों से जाना जाता है, कोली को मुख्य रूप से महावर तथा कोली जाति के नाम से जाना जाता है| कोली जाति के लोग भारत के मूल निवासी है| कोली जाति एक ऐसा समुदाय है जो कि हमारे भारत के मुख्य रूप से राजस्थान महाराष्ट्र गुजरात मध्यप्रदेश में व कुछ उत्तर प्रदेश राज्य में निवास करते हैं गुजरात जिले में कोली एक जमीदार जाती है जो मुख्य रूप से खेती-बाड़ी का कार्य करती है तथा जो समुद्र के किनारे रहते हैं वह मछली पालन (समुद्र से मछली पकड़ने का कार्य) भी करते हैं|
About Koli Jati – कोली जाति के बारे में
- कोली शब्द की उत्पत्ति कोलीय कुल से हुई है, जिसका वर्णन प्राचीन इतिहास में मिलता है भगवान श्री गौतम बुद्ध जी का जन्म भी कोलीय कुल में ही हुआ था|
- दोस्तों वर्तमान समय में भारत देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी जो कि कोली समाज से हैं|
कोली वंश की शुरुआत करने वाले भगवान मान्धाता है| महाराजा मान्धाता को पृथ्वीपति के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि महाराजा मान्धाता ने पूरी पृथ्वी पर राज किया था| राजा दसरथ राम जी के पिताजी इस कुल के 25 वी पीड़ी थे| - कोली जाति एक बुनकर जाति है|
- इतिहासकारों के अनुसार कोली जाति महाराष्ट्र राज्य की बहुत पुरानी क्षत्रिय प्रजाति| राजा महाराजा कोली जाति को सेना में शामिल किया करते थे|
- मराठा सेना में सैनिकों में कोली जाति के लोग शामिल थे| तानाजी राव भी कोलीय वंश से ही थे|
- प्राचीन समय में कोली जाति की स्थिति बहुत अच्छे थे| अर्थात इनका अच्छा व्यवसाय चलता था लेकिन वर्तमान में यह जाति पिछड़ी जाति में शामिल हो गई है इसका मुख्य कारण है मदिरापान का सेवन करना सोमरस का सेवन करना महिलाओं पर अत्याचार करना|
- कोली जाति राजस्थान में तथा यूपी जिले में एससी (SC) Schedule Caste (अनुसूचित जाति) में दर्जा प्राप्त है| गुजरात में कोली जाति सामान्य जाती (General category) में शामिल है|
- कोली समाज की कुलदेवी का नाम मुम्बा देवी है मुम्बा देवी के नाम से ही महाराष्ट्र राज्य को मुंबई नाम दिया गया है|
कोली जाती के अन्य नाम – Koli Jati Ke anye Name
दोस्तों कोली जाति को अनेक नाम से जाना जाता है|
महावर (Mahawar), कोली(Koli), कोरी(Kori), कोहली(Kohali), माहोर(Mahor), कोविंद (Kovind) आदि|
भारत में कोली जाति की जनसंख्या Bharat me Koli Jati ki Jansankhya
भारत के राज्य के अनुसार कोरी जाति की जनसँख्या निम्न प्रकार है।
- पंजाब : 9 लाख
- हरियाणा : 14 लाख
- राजस्थान : 78 लाख
- गुजरात : 1.50 लाख
- महाराष्ट्र : 45 लाख
- गोवा : 5 लाख
- कर्णाटक : 45 लाख
- केरल : 12 लाख
- तमिलनाडु : 36 लाख
- आँध्रप्रदेश : 24 लाख
- छत्तीसगढ़ : 24 लाख
- ओद्दिसा : 37 लाख
- झारखण्ड : 12 लाख
- बिहार : 90 लाख
- पश्चिम बंगाल : 18 लाख
- मध्य प्रदेश : 42 लाख
- उत्तर प्रदेश : 200 लाख (2 करोड़)
- उत्तराखंड : 20 लाख
- हिमाचल : 45 लाख
- सिक्किम : 1 लाख
- असाम : 10 लाख
- मिजोरम : 1.5 लाख
- अरुणाचल : 1 लाख
- नागालैंड : 2 लाख
- मणिपुर : 7 लाख
- मेघालय : 9 लाख
- त्रिपुरा : 2 लाख
यह भी जाने – Seedless Fruits Name in Hindi English
5 Fingers Name in Hindi, Names of Fingers in Hindi
Playing Cards Names in Hindi
दोस्तों आपको हमारे द्वारा लिखा गया कोली जाति का इतिहास (Koli Jati Ka Itihas) आपको कैसा लगा हमे अपने विचार जरूर बताये | यदि आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी तो हमे कमेंट्स करके जरूर बताये | साथ ही इस पोस्ट को अपने मित्रो के साथ जरूर शेयर करे| यदि हमारे लेख में कोई गलती हो तो हमे जरूर अवगत करवाए | हम इस प्रकार की ओर जानकारिया आपके लिए लाते रहेंगे| धन्यवाद!