Vakya Kise Kahate Hain – दोस्तों के लेख में हम आपको बताएँगे की वाक्य किसे कहते है? दोस्तों यह परीक्षा में अनेक बार पूछा गया है| इसमें हम वाक्य को उसके उदहारण की सहायता से तथा सरल भाषा में जानेंगे| भाषा की सबसे छोटी इकाई वर्ण है। एक से अधिक वर्णों को जोड़कर हम शब्द बनाते हैं। अर्थात वर्णों के सही मेल से शब्द बनते हैं। उसी प्रकार शब्दों के सही मेल से वाक्यों का निर्माण होता है।
Vakya Kise Kahate Hain in Hindi – वाक्य किसे कहते है?
परिभाषा – Vakya Kise Kahate Hain – दो या दो से अधिक शब्दों के सही मेल को वाक्य कहते हैं, अर्थात शब्दों का सार्थक समूह वाक्य कहलाता है। वाक्य का कुछ ना कुछ अर्थ होता है। वाक्यों को ही हम बोलकर या लिखकर अपनी बात दूसरों को बताते हैं और दूसरा उसे सुनकर या पढ़कर समझता है। Vakya Kise Kahate Hain को समझने के लिए उदाहरण –
एक उदाहरण देखिए – चूहे बिल्ली पीछे के दौड़ी यह वाक्य सही नहीं है; क्योंकि इसमें शब्दों का प्रयोग सही जगह नहीं है। इस वाक्य का कोई अर्थ नहीं निकल रहा है।
अब इस उदाहरण को देखिए – बिल्ली चूहे के पीछे दौड़ी यह वाक्य सही है, क्योंकि इसमें शब्दों का प्रयोग सही जगह किया गया है। इस वाक्य का अर्थ समझ आ रहा है।
वाक्य के प्रकार एवं भेद – Vakya ke Prakar Avam Bhed
वाक्य मुख्य रूप से तीन प्रकार होते हैं –
- अर्थ के आधार पर
- क्रिया के आधार पर
- प्रयोग व संरचना के आधार पर
अर्थ के आधार पर वाक्य में भेद
अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ प्रकार के भेद होते हैं|
- विधानार्थक वाक्य
- संकेतार्थक वाक्य
- संदेहार्थक वाक्य
- इच्छार्थक वाक्य
- आज्ञार्थक वाक्य
- निषेधार्थक वाक्य
- विस्मयबोधक वाक्य
- प्रश्नार्थक वाक्य
विधानार्थक वाक्य
ऐसा वाक्य जिसमे क्रिया या किसी कार्य का होना पाया जाता है| उसे विधानार्थक वाक्य कहते हैं।
जैसे – मोर नाचता है।
संकेतार्थक वाक्य
एसे वाक्ये जिसमे शर्त के भाव का बोध हो संकेतार्थक वाक्य कहलाते हैं।
जैसे – तुम अगर योग करते हो स्वस्थ रहते।
संदेहार्थक वाक्य
ऐसा वाक्ये जिसमे संदेह के भाव का बोध होता है| संदेहार्थक वाक्य कहलाते हैं।
जैसे – लगता है बाहर बारिश ही रही है।
इच्छार्थक वाक्य
किसी इच्छा के भाव का बोध करवाने वाले वाक्य को इच्छार्थक वाक्य कहते हैं।
जैसे – में अंतरिक्ष में जाना चाहता हु।
आज्ञार्थक वाक्य
ऐसा वाक्ये जिसमे आज्ञा या आदेश के भाव का बोध जाये आज्ञार्थक वाक्य कहते हैं।
जैसे – एक बोतल पानी लेकर आओ ।
निषेधार्थक वाक्य
निषेध ( मना ) करने के भाव का बोध कराने वाले वाक्य या निषेद करने वाले वाक्ये , निषेधात्मक वाक्य कहलाते हैं।
जैसे – सीता घर पर नहीं है।
विस्मयबोधक वाक्य
एसे वाक्ये जो आश्चर्य के भाव का बोध करवाए, वाक्य विस्मयबोधक होते हैं।
जैसे – अरे ! आप तो मेरे भाई के दोस्त हो ।
प्रश्नार्थक वाक्य
ऐसा वाक्ये जिसके द्वारा कोई प्रश्न किया जाये, प्रश्नार्थक वाक्य कहलाते हैं।
जैसे – आप कहा से आये हो ?
प्रयोग व संरचना के आधार पर वाक्य के भेद
वाक्ये प्रयोग व संरचना के आधार पर वाक्य तीन प्रकार के होते हैं –
- साधारण वाक्य
- संयुक्त वाक्य
- मिश्र वाक्य / मिश्रित वाक्य
साधारण वाक्य
साधारण वाक्य वह वाक्ये होते है जिसमे एक उद्देश्य एवं एक विधेय हो, अर्थात उद्देश्य और विधेय से मिलकर बने शब्द साधारण वाक्य कहलाता है।
उद्देश्य – वाक्य में उद्देश्य का वह भाग होता है, जिस के संबंध में कोई बात कही जाती है।
विधेय – वाक्य में विधेय का वह भाग होता है, जिसमें उद्देश्य के संबंध में कुछ कहा जाता है।
जैसे – परोपकारी बालक ने आज मेरी सहायता की।
उद्देश्य – परोपकारी बालक ने।
विधेय – आज मेरी सहायता की।
साधारण वाक्य के उदाहरण
उदाहरण 1. राजकुमार का मित्र राकेश धार्मिक किताबे ज्यादा पड़ता है।
कर्ता का विस्तारक – राजकुमार
कर्ता – राकेश
कर्म का विस्तारक – धार्मिक
कर्म – पुस्तकें
क्रिया का विस्तारक – ज्यादा
क्रिया – पढ़ता
सहायक क्रिया – है
उदाहरण 2. रमेश गाना गाता है।
उद्देश्य – रमेश
विधेय – गाना गाता है
उदाहरण 3. राम व श्याम गाना गाते हैं।
उद्देश्य – राम व श्याम
विधेय – गाना गाते हैं
संयुक्त वाक्य
संयुक्त वाक्य में दो सरल प्रधान उपवाक्य किसी संयोजक अव्यय के द्वारा जुड़े होते हैं।
जैसे – वह प्रतिभाशाली है और मेहनती भी।
संयुक्त वाक्य में संयोजक अव्यय – और, एवं, तथा, परंतु, अपितु, अतः आदि होते हैं।
संयुक्त वाक्य के उदाहरण
शीला खाना बना रही है और रेखा खाना खा रही है।
साधारण वाक्य – शीला खाना बना रही है
साधारण वाक्य – रेखा खाना खा रही है
योजक चिन्ह – और
मिश्रित वाक्य
मिश्रित वाक्य में दो या दो से अधिक उपवाक्य होते हैं। इन उप वाक्यों में भी एक प्रधान उपवाक्य होता है तथा शेष आश्रित उपवाक्य होते हैं।
मिश्र वाक्य के उदाहरण
जब काम खत्म हुआ तब मैं घर के लिए निकल पड़ा।
आश्रित उपवाक्य के भेद –
संज्ञा आश्रित उपवाक्य (कि, क्योंकि)
विशेषण आश्रित उपवाक्य (जो, जिसे, जिन्हे)
क्रिया विशेषण आश्रित उपवाक्य (ज्यौ, जैसे)
यह भी जरूर पड़े-
दोस्तों हमे आशा है की आपको हमारे द्वारा लिखा गया लेख Vakya Kise Kahate Hain अच्छा लगा होगा | आपके विचार हमे comments करके जरूर बताये | धन्येवाद!