Poem on River in Hindi – हेलो दोस्तों, बहती हुई नदी हम सभी को बहुत अच्छी लगती है। नदी की कई विशेषताएं होती है। यह अपना रास्ता खुद बना लेती है। आज हम अपनी नदी पर कविता के माध्यम से नदी की अन्य कई विशेषताओं को बताएंगे। हम उम्मीद करते हैं दोस्तों, आपको यह है नदी पर कविता बहुत पसंद आएगी। बच्चों के लिए भी हमारा यह लेख बहुत उपयोगी है। विद्यालय में बच्चे हमारी इस कविता को सुना सकते हैं। तो दोस्तों, पढ़ते हैं नदी पर सुन्दर कविता।
Poem On River In Hindi – सुन्दर नदी पर कविता
( मैं हूं नदी )
मैं हूं नदी जो बहती जाती
कभी ना रूकती
कभी ना थकती
अपनी धुन में चलती जाती
हिमखंड को पिघलाकर
चट्टानों से टकराकर
टेढ़ी-मेढ़ी धार बनाती
मैं हूं नदी जो बहती जाती
सबको अपना पानी देकर
प्यासो कि मैं प्यास बुझाती
एक गांव से दूसरे गांव
मैं हूं नदी जो बहती जाती
हर मौसम में कल कल करती
धरती को हरियाली से भर्ती
बंजर मिट्टी उपजाऊ बनाती
मैं हूं नदी जो बहती जाती
_Pooja Mahawar
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इस प्रकार हमने अपनी कविता Poem on River in Hindi के माध्यम से आपको नदी की कई विशेषताओं से अवगत कराया। दोस्तों, आपको यह लेख कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं। ऐसी अन्य कविताएं पढ़ने के लिए भी आप हमें कमेंट कर सकते हैं। आपका यह लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद!